लॉकडाउन और ऊंची कीमत के कारण सोने की चमक घटी, मार्च में आयात 73 फीसदी से ज्यादा घटकर साढ़े 6 साल के निचले स्तर पर आया

सोने का आयात मार्च में 73 फीसदी से ज्यादा घटकर साढ़े 6 साल के निचले स्तर पर आ गया। यह जानकारी सोमवार को एक सरकारी सूत्र ने दी। उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड घरेलू कीमत और कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के कारण पिछले महीने सोने की रिटेल मांग में गिरावट दर्ज की गई है। भारत पारंपरिक रूप से दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा आयातक है। इसलिए भारत में आयात घटने से यह उम्मीद की जा सकती है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में तेजी से बढ़ोतरी नहीं होगी। दूसरी ओर सोने का कम आयात होने से सरकार को व्यापार घाटा कम करने और डॉलर के मुकाबले निरंतर कमजोर हो रहे रुपये को संभालने में मदद मिल सकती है।



सिर्फ 25 टन सोने का हुआ आयात
सरकारी सूत्र ने बताया कि मार्च 2020 में देश में सिर्फ 25 टन सोने का आयात हुआ। एक साल पहले यानी, मार्च 2019 में 93.24 टन सोने का आयात हुआ था। कीमत के लिहाज से मार्च में सोने का आयात करीब 63 फीसदी गिरकर 1.22 अरब डॉलर का रहा। मुंबई के एक निजी बैंक में बुलियन डिवीजन के प्रमुख ने कहा कि मार्च के दूसरे सप्ताह तक सोने की मांग देखी जा रही थी। लेकिन उसके बाद अचानक कीमत बढ़ गई, जिससे पीली धातु की मांग घट गई। भारत में सोने के वायदा भाव ने मार्च में बढ़कर 44,961 रुपए प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड ऊपरी स्तर को छू लिया। इससे पहले 2019 में भी सोने के भाव में करीब एक 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी।



लॉकडाउन के बाद सोने की खरीदारी रुक गई
सोने के एक डीलर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोददी द्वारा 24 मार्च को तीन सप्ताह के लॉकडाउन का आदेश दिए जाने के बाद सोने की खरीदारी रुक गई। लॉकडाउन के कारण सभी ज्वेलरी शोरूम बंद पड़े हुए हैं। मांग में कमी के कारण मार्च में डीलरों को सोने की घरेलू कीमत में प्रति औंस 48 डॉलर तक का डिस्काउंट देना पड़ा। सोने के घरेलू कीमत में 12.5 फीसदी आयात शुल्क और 3 फीसदी बिक्री कर भी शामिल है।



लॉकडाउन के बाद मांग तुरंत बढ़ने की उम्मीद नहीं
मुंबई के एक डीलर रिद्धिसिद्धि बुलियंस के निदेशक मुकेश कोठारी ने कहा कि लॉकडाउन के बाद मांग में तुरंत तंजी आने की उम्मीद नहीं है। लोग पहले जरूरी सामान की खरीदारी करेंगे। गोल्ड का आयात करने वाले मुंबई के एक बैंक में एक अन्य डीलर ने कहा कि मध्य अप्रैल में भी यदि लॉकडाउन को खत्म कर दिया जाता है तब भी अप्रैल में सोने का आयात 5 टन से भी कम रहने की उम्मीद है। जबकि पिछले साल अप्रैल में 110.18 टन सोने का आयात हुआ था।